भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO )

Indian Space Research Organization
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 

"ISRO" भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जहाँ उपग्रहों का डिज़ाइन, विकास और परीक्षण किया जाता है, इस संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष सम्बधी तकनीक उपलब्ध करवाना है।
  • आदर्श वाक्य - मानव जाति की सेवा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
  • स्थापना - 15 अगस्त 1969 में
  • मुख्यालय - बेंगलुरु ( कर्नाटक राज्य की राजधानी )
>भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत - 1962 में तिरूवनंतपुरम में हुई थी।
>अंतरिक्ष आयोग और अंतरिक्ष विभाग की स्थापना -  जून  1972 (बृहस्पतिवार) को की गई.

प्रमुख अध्यक्ष :
  • ( 01 ) डॉ. विक्रम ए. साराभाई  1969-1972 ( जनक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के )
  • ( 03 ) सतीश धवन - 1972-1984
  • ( 10वे ) के. सिवन  - 2018 - 2022 (इनको मिसाइल सिस्टम अवार्ड 2019 मिला)
  • ( 11वे ) डॉ.एस. सोमनाथ -  वर्तमान ध्यक्ष
>रॉकेट मैन ऑफ इंडिया - के. सिवन
>रॉकेट वुमन ऑफ इंडिया - ऋतु करिधाल
>भारतीय मिसाइल मैन - ए.पी.जे.अब्दुल कलाम

प्रमुख केंद्र (06) : 
  1. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) - तिरूवनंतपुरम ( 21 November 1963)
  2. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र/मुख्यालय - बेंगलुरु (15 अगस्त 1969)
  3. सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र (SDSC) - श्रीहरिकोटा (1 October 1971)
  4. अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (SAC)Ahmedabad (1972)
  5. राष्‍ट्रीय सुदूर संवेदन केन्‍द्र (NRSC) - हैदराबाद 
  6. भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (IIRS) - देहरादून
  • जड़त्वीय प्रणाली इकाई (IISU) - तिरुवनंतपुरम में स्थित 
Rocket Full Form :
  • Satellite Launch Vehicle (SLV)
  • Augmented Satellite Launch Vehicle (ASLV)
  • Polar Satellite Launch Vehicle (PSLV) - ( पहला परीक्षण 1994 )
  • Geosynchronous Satellite Launch Vehicle (GSLV) MK III 
SVL -3 :
  • कुल लंबाई / ऊंचाई - 22 मीटर 
  • भारत का पहला प्रयोगात्मक था उपग्रह प्रक्षेपण वाहन

GSLV - MK III :
  • अन्य नाम - बाहुबली रॉकेट , Launch Vehicle Mark-3 (LVM3)
  • परीक्षण वर्ष - 18 दिसंबर 2014 सबऑर्बिटल, 5 जून 2017 ऑर्बिटल
  • कुल लंबाई - 43.43 मीटर (142.5 फीट )
  • कुल लिफ्ट-ऑफ वजन - 640 टन

भारत ने पहला राकेट ( नैकी-अपाची )कब लॉन्च किया गया? - 21 नवंबर, 1963( ये USA से लिया था )

प्रमुख मिशन


आर्यभट्ट ( पहला स्वदेशी निर्मित उपग्रह ) :
  • लॉन्च / प्रमोचन तिथि - 19 अप्रैल 1975 (सोवियत संघ द्वारा अंतरिक्ष में छोड़ा गया था। )
  • लॉन्च वाहन (Rocket ) : KOSMOS-03
  • अध्यक्ष रहें -सतीश धवन
  • RBI द्वारा 02 के नोट पर इसकी तस्वीर डाली गयी थी।
चंद्रयान-1 : चंद्रमा के लिए भारत का पहला मिशन
  • घोषणा - 15 अगस्त, 2003 ( स्वर्गीय PM अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा )
  • लॉन्च तिथि - 22 अक्टूबर 2008
  • लॉन्च स्थल - SDSC-SHAR {श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश }
  • लॉन्च वाहन (Rocket ) : PSLV -C11
  • अध्यक्ष रहें - G Madhavan Nair 
  • चंद्रयान-1 कार्यक्रम की समाप्ति - 28 अगस्त, 2009
  • भार - 1380 किलोग्राम 
  • चन्‍द्रयान-1 पर 11 वैज्ञानिक उपकरण रखे गये थे। इनमें से पांच भारतीय थे।
  • इसके सफल प्रक्षेपण के साथ ही भारत दुनिया का छठा देश बन गया था
मिशन मंगल अंतरिक्षयान : (mom : mars orbiter mission)
  • लॉन्च / प्रमोचन तिथि - नवंबर 05, 2013
  • लॉन्च स्थल - SDSC-SHAR {श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश }
  • लॉन्च वाहन (Rocket ) : PSLV - C25
  • भारत अपने पहले ही प्रयास में मंगल मिशन पूरा करने वाला पहला राष्ट्र बना।

चंद्रयान -2 :
  • लॉन्च / प्रमोचन तिथि - 22 जुलाई 2019 (02:41 pm)
  • लॉन्च स्थल - SDSC-SHAR {श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश }
  • लॉन्च वाहन - GSLV MK III
  • पहुँचने का समय - 48 Days ( क्रैश-लैंडिंग हुई )
  • इसमें शामिल हैं - ऑर्बिटर, लैंडर ( विक्रम ) और रोवर ( प्रज्ञान )
  • चंद्रयान 2 के रोवर में कितने पहिए थे - 06
  • भार - 3850 किलोग्राम 
चंद्रयान - 03 : 
  • लॉन्च / प्रमोचन तिथि - 14 July 2023 (02:35 pm) 
  • लॉन्च स्थल - सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र {श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश }
  • लॉन्च वाहन (Rocket ) : LVM3-M4 ( Launch Vehicle Mark-III )
  • प्रमुख राकेट इंजन : CE-20 Cryogenic Engine
  • अध्यक्ष रहें - डॉ एस. सोमनाथ
  • पहुँचने का समय - 50 Days
  • चंद्रयान-3 में एक लैंडर ( विक्रम ), एक रोवर ( प्रज्ञान ) और स्वदेशी प्रॉपल्सन मॉड्यूल लगा हुआ है। 
  • ऑर्बिटर नहीं है।
  • कुल भार - 3,900 किलोग्राम
  • चंद्रयान 03 कहाँ पर उतरेगा - चांद के दक्षिणी ध्रुव पर
चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ चंद्रमा के एक दिन (एक लूनर डे ) की होगी.
  • एक लूनर डे = पृथ्वी के 14 दिन
  • एक लूनर नाइट = पृथ्वी के 28 दिन
आदित्य L1 :
  • लॉन्च - 02 Sep 2023 ( 11:50 )
  • लॉन्च वाहन (Rocket ) : PSLV XL C57
  • मिशन अवधि - लगभग 5.2 वर्ष
  • लॉन्च स्थल - सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र {श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश }
  • ISRO अध्यक्ष रहें - डॉ एस. सोमनाथ
  • इस मिशन के प्रधान वैज्ञानिक - डाॅ0 शंकर सुब्रमण्यम
  • प्रोजेक्ट निदेशक - निगार शाजी
  • इस मिशन के अंतरिक्ष यान कन्ट्रोल सिस्टम ग्रुप कीे प्रोजेक्ट मैनेजर - गायत्री मल्होत्रा
  • आदित्य L1 में 7 पेलोड लगे है।
  • सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय मिशन है। 
  • पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन दूरी पर हेलो ऑर्बिट में एल-1 ( Lagrange Point ) बिन्दु पर रखा जायेगा।
  • है।
अन्य परीक्षापयोगी तथ्य :
  1. भारत का पहला संचार उपग्रह - एप्‍पल, 19 जून, 1981 को कौरु फ्रेंच गयाना से एरियान-1 द्वारा सफलतापूर्वक प्रमोचित किया गया था।
  2. शिक्षा स्तर से पहला भारतीय उपग्रह (शिक्षा उपग्रह ) है - जीसैट-3 / एडुसैट 
  3. पहला भारतीय रिमोट सेंसिंग उपग्रह - IRS 1A (17 मार्च,1988)
  4. देश की सीमा पर नजर रखने के लिए ISRO ने रडार इमरजेंसी RiSAT-2BRI को लॉन्च किया है
  5. GPS को रिप्लेस करने के लिए इसरो ने नेविगेशन एप NaVIC को लॉन्च किया है
  6. निसार(NISAR): NASA और ISRO का संयुक्त पृथ्वी अवलोकन मिशन है
  7. ISRO ने 15 फरवरी 2017 में एक साथ 104 सैटेलाइट को लॉंच कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था।
  8. Space X (Pvt. USA Company) ने ISRO का वर्ल्ड रिकॉर्ड Jan 2021 को 143 उपग्रहों को लॉन्च कर तोड़ा।

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