- 1968 - इंदिरा गांधी के समय,
- 1986 - राजीव गांधी के समय तथा
- 2020 - नरेंद्र मोदी की सरकार के समय
पहली राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 24 July 1968
- कोठारी आयोग के सुझाव के अनुरूप भारत सरकार ने इस नीति की घोषणा की।
- इस शिक्षा नीति ने 17 आधारभूत सिद्धान्तों को स्थापित किया
दूसरी राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 1986
- शिक्षा संरचना - 10+2+3 पर आधारित
- शिक्षा पर, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का कितने प्रतिशत खर्च किया - 4.43%
- बनायीं - राजीव गाँधी की सरकार ने,
- बदलाव किये - नरसिम्हा राव सरकार ने ( 1992 में )
- इसके द्वारा Open University, Distance education की भी व्यवस्था की गई, नवोदय विद्यालय स्थापित किए।
तीसरी राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 2020
NEP 2020 के तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय किया, भारत के शिक्षा मंत्रालय के पहले शिक्षा मंत्री - रमेश पोखरियाल निशंक बने
- नई शिक्षा नीति के विकास के लिए मसौदा समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। - मई 2016 में ( अध्यक्ष - स्वर्गीय श्री टी. एस. आर.सुब्रमण्यम )
- नवगठित प्रारूपण समिति के अध्यक्ष - डॉ कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन ( जून 2017 में )
- कैबिनेट की मंजूरी - 29 जुलाई 2020
- NEP 2020 NHEB अंतर्गत जारी किया गया।
- स्कूली शिक्षा को कितने स्तर पर बांटा गया है ? - तीन स्तर
- शिक्षा संरचना 5+3+3+4 पर आधारित है।

परीक्षापयोगी तथ्य NEP 2020 :
- शिक्षा पर, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 6% प्रतिशत खर्च किया जाएगा।
- PARAKH की स्थापना की जाएगी, जो बोर्ड परीक्षाओं के लिए स्टैंडर्ड सेटिंग बॉडी का काम करेगी।
- मेडिकल और लो एजुकेशन को छोड़कर समस्त उच्च शिक्षा के लिए एकल निकाय के रूप में, HECIआयोग का गठन किया जाएगा।
- देश में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन संगठन की स्थापना की जाएगी।
- NEP 2020 के अंदर 03-18 साल की आयु वर्ग तक के बच्चों को शिक्षा के अधिकार कानून 2009 के अंदर रखा गया है।
- NEP 2020 के अनुसार वोकेशनल कोर्स कक्षा 06 से शुरू किए जाएंगे।
- ई पाठ्यक्रम बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय शैक्षिक टेक्नोलॉजी फोरम (NETF) बनाया जा रहा है, जिसके लिए वर्चुअल लैब विकसित की जा रही है।
- कक्षा 5 तक की शिक्षा मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा में होगी ( अंग्रेजी भाषा को कक्षा 5 तक खत्म कर दिया गया है।
- वर्ष 2030 तक, स्कूली शिक्षा में 100% GER (Gross Enrolment Ratio) के साथ माध्यमिक स्तर तक ’Education For All’ का लक्ष्य रखा गया है।
- वर्ष 2030 तक, शिक्षण के लिए न्यूनतम डिग्री योग्यता 4 वर्षीय एकीकृत बी.एड होने जा रही है।
- वर्ष 2025तक नेशनल मिशन के माध्यम से फाउंडेशन लर्निंग एंड न्यूमैरिक्स स्किल्स को बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है।
- अब मल्टीपल एंट्री और एग्ज़िट सिस्टम में एक साल के बाद पढाई छोड़ने पर सर्टिफ़िकेट, दो साल के बाद डिप्लोमा और तीन-चार साल के बाद पढाई छोड़ने के बाद डिग्री मिल जाएगी. इससे देश में ड्राप आउट रेश्यो कम होगा।
- NEP 2020 को लागू करने वाला भारत का पहला राज्य है? - कर्नाटक ( 20 अगस्त को घोषणा )
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