पंचवर्षीय योजना, नीति आयोग

इतिहास :
>जोसेफ स्टालिन ने 1928 में सोवियत संघ में पहली पंचवर्षीय योजना को लागू किया। 
>भारत ने स्वतंत्रता के तुरंत बाद 1951 में अपनी पहली पंचवर्षीय योजना शुरू की। इसे योजना आयोग (1951-2014) के माध्यम से किया गया था।
  • योजना आयोग का गठन : 15 मार्च 1950
  • समाप्ति : 15 Aug 2014
  • अध्यक्ष थे पंडित जवाहरलाल नेहरू 
  • प्रथम उपाध्यक्ष  : गुलजारी लाल नंदा
  • अंतिम उपाध्यक्ष  मोंटेक सिंह अहलूवालिया थे (26 मई 2014 को इस्तीफा दे दिया)
  • उद्देश्य एवं लाभ : नए रोजगार प्रदान करना एवं कृषि विकास, अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाना
पंचवर्षीय योजनायें केंद्रीकृत और एकीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम हैं। (1947 से 2017 तक)

प्रथम पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि  : 01 April 1951 से  31 March 1956 तक
  • अध्यक्ष : पंडित जवाहरलाल नेहरू 
  • यह योजना हैरोड-डोमर मॉडल पर आधारित थी.
  • मुख्य ध्यान - देश के कृषि विकास पर 
  • यह योजना सफल रही और 3.6% की वृद्धि दर हासिल की थी.
  • भाखड़ा नांगल बांध, हीराकुण्ड दामोदर घाटी जैसी बहुउद्देशीय परियोजना इसी में चालू की गयी
दूसरी पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि : 01 April 1956 से  31 March 1961 तक
  • अध्यक्ष : प. जवाहरलाल नेहरू
  • यह योजना पी.सी. महालनोबिस मॉडल पर आधारित थी.
  • मुख्य लक्ष्य - देश के औद्योगिक विकास पर
  • यह योजना भी सफल रही और इसने 4.1% की वृद्धि दर हासिल की थी.
  • इस योजना के द्वारा राउरकेला, भिलाई, दुर्गापुर इस्पात केंद्र की स्थापना, भारत सहायता क्लब की स्थापना की गयी
तीसरी पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि : 01 April 1961 से  31 March 1966 तक
  • अध्यक्ष : प. जवाहरलाल नेहरू
  • इस योजना को गाडगिल योजना भी कहा जाता है.
  • मुख्य लक्ष्य - अर्थव्यवस्था को गतिमान और आत्म निर्भर बनाना था.
  • चीन से युद्ध के कारण, यह योजना फेल हो गयी थी. इस योजना की वृद्धि दर का लक्ष्य 5.6% था लेकिन वास्तविक वृद्धि दर 2.4% रही थी.
  • इस योजना के द्वारा कृषि पर सबसे अधिक जोर दिया गया और  हरित क्रांति की शुरुवात की गयी थी
योजना अवकाश:
  • समय अवधि - 1966 से 1969 तक थी.
  • योजना अवकाश को बनाने के पीछे का कारण भारत-पाकिस्तान युद्ध और तीसरी पंचवर्षीय योजना की विफलता थी.
  • इन तीन सालों में कोई भी पंचवर्षीय योजना नहीं बनायीं गयी थी बल्कि हर साल एक वर्षीय योजना बनायीं गयी थी और हर योजना में कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों के साथ-साथ उद्योग क्षेत्र को समान प्राथमिकता दी गई थी.
चौथी पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि - 01 April 1969 से  31 March 1974 तक थी.
  • अध्यक्ष : इंदिरा गांधी (PM)
  • दो मुख्य उद्देश्य थे; 
    • पहला, स्थिरता के साथ विकास और 
    • दूसरा आत्म निर्भरता की स्थिति प्राप्त करना.
  • यह योजना असफल रही थी और 5.7% की विकास दर के लक्ष्य के मुकाबले केवल 3.3% की वृद्धि दर हासिल कर सकी थी.
  • इस योजना के समय श्वेत क्रांति (ऑपरेशन फ्लड) 1970 कार्यक्रम की शुरुवात की गयी.
पांचवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि  : 01 April 1974 से  31 March 1978 तक (योजना 4 साल तक चली)
  • गरीबी उन्मूलन (गरीबी हटाओ) और न्याय ,कृषि उत्पादन और रक्षा में आत्मनिर्भरता पर भी ध्यान केंद्रित किया।
  • इस योजना का ड्राफ्ट ‘डी.पी. धर’ द्वारा तैयार किया गया था. 
  • कुल मिलाकर यह योजना सफल रही थी जिसने 4.4% के लक्ष्य के मुकाबले 4.8% की वृद्धि दर हासिल की थी.
रोलिंग प्लान: जब केंद्र में मोरारजी देसाई सरकार सत्ता में आयी तो उसने पांचवीं पंचवर्षीय योजना को 1978 में ही खत्म कर दिया था और इसके स्थान पर एक “वार्षिक प्लान” बना दिया था जिसे रोलिंग प्लान कहा गया था.
  • इस योजना के द्वारा गरिबी  और बेरोजगारी पर अधिक जोर दिया गया.
>जनता पार्टी द्वारा 1978 - 1983 की अवधि हेतु 'अनवरत योजना' बनायी गयी।

छठवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि अवधि  : 01 April 1980 से  31 March 1985
  • इस योजना का मूल उद्देश्य:
    •  गरीबी उन्मूलन और 
    • तकनीकी, आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था.
  • छठी पंचवर्षीय योजना ने भारत में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी. मूल्य नियंत्रण समाप्त हो गए और राशन की दुकानें बंद कर दी गईं थी जिससे खाद्य कीमतों में वृद्धि हुई थी और देश में महंगाई ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे. इस प्रकार इस योजना के समय से नेहरु के समाजवाद का अंत हो गया था.
  • इसी योजना के समय से देश में ‘फैमिली प्लानिंग’ की शुरुआत और नाबार्ड बैंक (1982) की स्थापना हुई थी.
  • यह योजना बहुत सफल हुई थी. इसका विकास लक्ष्य 5.2% था लेकिन इसने 5.7% की वृद्धि दर हासिल की थी.
सातवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि : 01 April 1985 से  31 March 1990 तक थी.
  • अध्यक्ष : राजीव गांधी
  • इस योजना के उद्देश्यों :
    • आत्म निर्भर अर्थव्यवस्था की स्थापना और 
    • रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करना शामिल था.
  • इस योजना में पहली बार निजी क्षेत्र को सार्वजनिक क्षेत्र की तुलना में अधिक में प्राथमिकता मिली थी.
  • इसका विकास लक्ष्य 5.0% था लेकिन इसने 6.0% वृद्धि दर हासिल की थी.

वार्षिक योजनाएं: केंद्र में अस्थिर राजनीतिक स्थिति के कारण आठवीं पंचवर्षीय योजना समय पर शुरू नहीं हो सकी, इस कारण 1990-91 और 1991-92 में दो वार्षिक योजनायें बनायीं गयी थीं.

आठवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि : 01 April 1992 से  31 March 1997 तक
  • इस योजना में मानव संसाधन विकास जैसे रोजगार, शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई थी.
  • इस योजना के दौरान ही नरसिम्हा राव सरकार ने भारत की नयी आर्थिक नीति को मंजूरी दी थी. अर्थात देश में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (एलपीजी मॉडल) की शुरुआत हुई थी.
  • यह योजना सफल रही थी और इसके विकास का लक्ष्य 5.6% रखा गया था लेकिन इस योजना ने 6.8% की वार्षिक वृद्धि दर हासिल की थी.
  • इस योजना के समय प्रधानमंत्री रोजगार योजना (1993 में) और राष्ट्रीय महिला कोष (March 1993 में ) की स्थापना की गयी.
नौवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि - 1997 से 2002 तक थी.
  • इस योजना का मुख्य फोकस :
    • न्याय और 
    • समानता के साथ विकास पर था.
  • इसे भारत की आजादी के 50 वें वर्ष में लॉन्च किया गया था.
  • यह योजना अपने विकास लक्ष्य 7% की दर को प्राप्त करने में सफल नहीं रही थी और इसने केवल 5.6% की वृद्धि दर हासिल की थी.
दसवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि - 2002 से 2007 तक थी.
  • लक्ष्य : अगले 10 वर्षों में भारत की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करना था.
  • उद्देश्य : 2012 तक गरीबी अनुपात को 15% कम करना था.
  • इस योजना में 8.0% विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन वास्तव में केवल 7.2% की वृद्ध दर हासिल की जा सकी थी.
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि - 2007 से 2012 तक
  • अध्यक्ष :  प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
  • यह योजना सी. रंगराजन द्वारा तैयार की गयी थी
  • मुख्य थीम - "तेज़ और अधिक समावेशी विकास (गरीबी में कमी) थी.
  • इस योजना में 8.1 % विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन वास्तव में केवल 7.9% की वृद्ध दर हासिल की जा सकी थी.
  • उद्देश्य :
  • कृषि, उद्योग और सेवाओं में वृद्धि दर को क्रमशः 4%, 10% और 9% तक बढ़ाना।
  • 2009 तक सभी के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराएं।
  • लैंगिक असमानता में कमी।
  • शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से सशक्तिकरण।
  • इसने दूरस्थ शिक्षा, औपचारिक, गैर-औपचारिक, दूरस्थ और आईटी शिक्षा संस्थानों के अभिसरण पर ध्यान केंद्रित किया।
बारहवीं पंचवर्षीय योजना:
  • अवधि  : 01 April 2012 से  31 March 2017
  • यह योजना सी. रंगराजन द्वारा तैयार की गयी थी
  • मुख्य थीम : "तेज़, अधिक समावेशी और सतत विकास"
  • 12वीं पंचवर्षीय योजना के अनुसार, आर्थिक क्षेत्र में कृषि, उद्योग, ऊर्जा, परिवहन, संचार, ग्रामीण विकास और शहरी विकास शामिल थे, जबकि सामाजिक क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और कौशल शामिल थे.
  • इस योजना में 8 % विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन वास्तव में केवल 6.8% की वृद्ध दर हासिल की जा सकी थी.
  • उद्देश्य :
    • गैर कृषि क्षेत्र में 50 मिलियन नए काम के अवसर पैदा करना.
    • 0-3 साल के बच्चों के बीच कुपोषण को कम करना.
    • वर्ष 2017 तक सभी गांवों को बिजली उपलब्ध कराना
    • ग्रामीण आबादी के 50% जनसँख्या को उचित पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना
    • हर साल 1 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में पेड़ लगाकर हरियाली फैलाना
    • देश के 90% परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना
  • सोवियत रूस की नकल पर बनायीं जा रहीं पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से देश की आर्थिक नियोजन प्रणाली को बंद कर दिया गया है और 12वीं पंचवर्षीय योजना भारत की अंतिम पंचवर्षीय योजना कही जाएगी.
  • 2014 में निर्वाचित नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई सरकार ने योजना आयोग के विघटन की घोषणा की थी.
अब पंचवर्षीय योजना नहीं होगी, अब से बनेगा 15 साल का खाका। नीति आयोग करेगी इसका चयन।

नीति आयोग   (National Institution for Transforming India)
  • मुख्यालय : नई दिल्ली
  • नीति आयोग की स्थापना : 1 जनवरी 2015
  • अध्यक्ष : प्रधानमंत्री
  • प्रथम उपाध्यक्ष कौन थे? : अरविंद पनगढ़िया
  • वर्तमान उपाध्यक्ष : डॉ. सुमन के बेरी
  • प्रथम CEO : अमिताभ कांत
नीति आयोग सरकार के थिंक टैंक के रूप में सेवाएं प्रदान करेगा और उसे निर्देशात्माक एवं नीतिगत गतिशीलता प्रदान करेगा।

नीति आयोग के प्रभावी शासन 7 स्तंभों पर आधारित है:
  • I. प्रो-पीपल
  • II. प्रो-एक्टिविटी
  • III. पार्टिसिपेशन
  • IV. एम्पावरिंग
  • V. सभी का समावेश
  • VI. समानता
  • VII. ट्रांसपेरेंसी।
नीति आयोग के संस्थापक (Founder) कौन है?  उत्तर- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance)

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