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भारत की सबसे ऊँची पर्वत चोटियाँ

पर्वत : परिभाषा व विशेषताएँ
  • पर्वत वह ऊँचा भू-भाग है जिसकी ऊँचाई आसपास की सतह से कम से कम 600 मीटर (≈2000 फीट) होती है।
  • धरातल के लगभग 27% भाग पर पर्वत पाए जाते हैं।
  • 600 मीटर से कम ऊँचाई वाले उठे हुए भाग को पहाड़ी कहते हैं।
पर्वत और पहाड़
  • पर्वत – 600 मीटर/2000 फीट से अधिक ऊँचाई।
  • पहाड़ी – 600 मीटर/2000 फीट से कम ऊँचाई।
पर्वत के प्रकार

पर्वत निर्माण का आधार अंदरूनी भूगर्भीय क्रियाएँ हैं।  मुख्य प्रकार:
  • वलित (Folded) – टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव से (उदा. हिमालय)।
  • भ्रंशित (Block/Fault) – भ्रंश रेखाओं के उठाव से (उदा. सिएरा नेवादा)।
  • गुंबदाकार (Dome) – पृथ्वी के भीतर मैग्मा के ऊपर उठने से (उदा. ब्लैक हिल्स)।
  • अवशेष या अपक्षयी (Residual) – क्षरण से शेष बचे (उदा. अरावली)।
भारत के प्रमुख पर्वत
  • उत्तरी भारत: हिमालय, काराकोरम।
  • मध्य भारत: विंध्याचल, सतपुड़ा।
  • दक्षिण भारत: पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट।
  • अन्य: अरावली (विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखला)।
मुख्य तथ्य
  • भारत का सबसे ऊँचा शिखर: कंचनजंगा (8,586 मी)।
  • भारत का सबसे छोटा उल्लेखनीय पर्वत समूह: उत्तराखंड का पंचाचूली (6,312–6,904 मी)।
  • विश्व का सबसे बड़ा ब्लॉक पर्वत: सिएरा नेवादा।
  • सबसे प्राचीन पर्वत: अरावली पर्वत, लगभग 3.2 अरब वर्ष पुराने।
  • हिमानी (Glacier): केवल ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में।
  • निर्माण काल: मुख्य वलित पर्वत कैम्ब्रियन एवं पूर्व कैम्ब्रियन युग (~40 करोड़ वर्ष पहले)।
प्रमुख शब्द
  • चोटी: पर्वत का शीर्ष भाग।
  • शिखर: मंदिर वास्तु में गर्भगृह के ऊपर का पिरामिडनुमा भाग; पर्वत शीर्ष का भी सामान्य नाम।
  • घाटी: दो पर्वतों के बीच की निम्न भूमि।
  • उपत्यका (Valley floor): पर्वत तल की समतल भूमि।
  • भू-अभिनति (Down Warp): भूपर्पटी की बड़ी गहरी निम्नावलि जिसमें मोटी अवसाद परतें होती हैं।
01. कंचनजंगा चोटी
  • ऊँचाई: 8,586 मीटर
  • स्थान: सिक्किम
  • विशेष तथ्य: भारत की सबसे ऊँची चोटी और दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची।
  • श्रृंखला: कंचनजंगा हिमालय
  • नदी: पश्चिम – तमूर, पूर्व – तीस्ता
  • अन्य: नेपाल और भारत की सीमा पर।
  • प्रसिद्धि: पर्वतारोहियों के लिए चुनौतीपूर्ण चोटी।
02. नंदा देवी चोटी
  • ऊँचाई: 7,816 मीटर
  • स्थान: उत्तराखंड
  • विशेष तथ्य: पूरी तरह से भारत में स्थित सर्वोच्च शिखर।
  • श्रृंखला: गढ़वाल हिमालय
  • UNESCO World Heritage Site: नंदा देवी और नेशनल पार्क
  • उत्तराखंड का प्रतिष्ठित पर्वत, “भारत की रक्षा” का प्रतीक।
03. कामेट चोटी
  • ऊँचाई: 7,756 मीटर
  • स्थान: उत्तराखंड
  • विशेष तथ्य: गढ़वाल हिमालय की दूसरी सबसे ऊँची चोटी।
  • स्थिति: तिब्बत के पास, तीन प्रमुख चोटियों से घिरा हुआ।
  • पर्वतारोहण के लिए लोकप्रिय।
04. साल्टोरो कांगड़ी चोटी
  • ऊँचाई: 7,742 मीटर
  • स्थान: जम्मू और कश्मीर
  • विशेष तथ्य: काराकोरम रेंज की उप-श्रृंखला की सबसे ऊँची।
  • निकट ग्लेशियर: सियाचिन ग्लेशियर
  • विश्व रैंक: 31वीं सबसे ऊँची चोटी।
  • ग्रेट काराकोरम के केंद्र में स्थित।
05. ससेर कांगड़ी
  • ऊँचाई: 7,672 मीटर
  • स्थान: जम्मू और कश्मीर
  • विशेष तथ्य: ससेर मुजतघ श्रृंखला की सबसे ऊँची।
  • विश्व रैंक: 35वीं
  • भारत में रैंक: 5वीं सबसे ऊँची चोटी
06. ममस्तोंग कांगड़ी चोटी
  • ऊँचाई: 7,516 मीटर
  • स्थान: जम्मू और कश्मीर
  • विशेष तथ्य: रिमो मुस्ताग श्रृंखला का सबसे ऊँचा पर्वत।
  • निकट ग्लेशियर: सियाचिन ग्लेशियर
  • विश्व रैंक: 48वीं
07. रिमो चोटी
  • ऊँचाई: 7,385 मीटर
  • स्थान: जम्मू और कश्मीर
  • विशेष तथ्य: रिमो मुजताघ की चार चोटियों में सबसे ऊँची।
  • महत्व: उत्तर-पूर्व के मध्य एशिया व्यापार मार्ग के पास।
08. हरदौल चोटी
  • ऊँचाई: 7,151 मीटर
  • स्थान: उत्तराखंड
  • विशेष तथ्य: “भगवान का मंदिर” के नाम से प्रसिद्ध।
  • नंदा देवी की सुरक्षा करता है।
  • स्थिति: पिथौरागढ़ जिले की मिलम घाटी में।
09. चौखंबा चोटी
  • ऊँचाई: 7,138 मीटर
  • स्थान: उत्तराखंड
  • विशेष तथ्य: गंगोत्री ग्रुप की सबसे ऊँची।
  • नाम: चार बड़ी चोटियों के मिलने से।
10. त्रिसूल चोटी
  • ऊँचाई: 7,120 मीटर
  • स्थान: उत्तराखंड
  • विशेष तथ्य: नंदा देवी अभयारण्य के पास।
  • नाम का कारण: शिव के त्रिशूल अस्त्र के नाम पर।
Exam-Oriented :
  1. भारत की सबसे ऊँची चोटी: कंचनजंगा (8,586 मीटर)
  2. भारत में पूरी तरह से स्थित सर्वोच्च चोटी: नंदा देवी (7,816 मीटर)
  3. दुनिया की सबसे ऊँची चोटी: माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर)
  4. प्रमुख ग्लेशियर: सियाचिन (काराकोरम), गंगोत्री (गढ़वाल हिमालय)
  5. UNESCO World Heritage Site: नंदा देवी और नेशनल पार्क
  6. भारत की काराकोरम और हिमालय की रणनीतिक महत्व: सियाचिन ग्लेशियर और रिमो पर्वत।
  7. धार्मिक/सांस्कृतिक महत्व: त्रिसूल (शिव), हरदौल (“भगवान का मंदिर”)।
  8. विश्व रैंक के अनुसार: कंचनजंगा (3), साल्टोरो कांगड़ी (31), ससेर कांगड़ी (35), ममस्तोंग कांगड़ी (48)

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