16 महाजनपदों में से मगध को बाकी महाजनपदों की तुलना में सबसे ज्यादा प्रगति मिली, 16 महाजनपदों में से मगध सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली महाजनपद था।
मगध साम्राज्य :
- इसका सबसे पहला वर्णन मिला - अथर्ववेद
- मगध की प्रथम राजधानी - गिरिब्रज ( राजगृह )
- वर्तमान स्थिति - पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल
- मगध साम्राज्य संस्थापक - बृहद्रथ
- बृहद्रथ के पिता - वसु
- पुत्र - जरासंध ( जरासंध को किसने मारा था? - भीम ने )
मगध साम्राज्य के राजवंश :
- हर्यक वंश ( मगध में शासन करने वाला प्रथम वंश )
- शिशुनाग वंश
- नन्द वंश
- मौर्य वंश
- शुंग वंश
- कण्व वंश
- सातवाहन वंश
हर्यक वंश / पितृहन्ता वंश
बिम्बिसार :- हर्यक वंश संस्थापक - बिम्बिसार { अन्य नाम - श्रोणिक / क्षेत्रौजस }
- बिम्बिसार का शासनकाल - 52 वर्ष { ( 544 BC to 492 BC ) ( बौद्ध ग्रंथों के अनुसार ) }
- धर्म - बौद्ध धर्म
- पुत्र - अजातशत्रु
- बिम्बिसार को मगध का वास्तिक संस्थापक माना जाता है।
- पत्नी - 03 ( बिम्बिसार ने दहेज में मिले क्षेत्र से अपने साम्राज्य का विस्तार किया। )
- चेल्लना ( लिच्छवि गणराज्य के शासक शिवराज गोमास्ता की पुत्री )
- महाकोसला देवी ( कोशलराज की पुत्री, प्रसंजेत की बहन ) { दहेज में काशी मिला }
- क्षेमा { मुद्र देश (आधुनिक पंजाब ) की राजकुमारी के साथ विवाह किया }
- बिम्बिसार ने अंग को जीतकर अपने पुत्र को दे दिया।
- बिम्बिसार ने महात्मा बुद्ध की सेवा में राजवैध जीवक को भेजा था , अवन्ति के राजा प्रद्योत जब पाण्डु रोग से ग्रसित थे उस समय भी बिम्बिसार ने जीवक को उनकी सेवा के लिए भेजा था।
अजातशत्रु :
- बचपन का नाम - कुणिक
- गद्दी पर बैठा - 493 ई०पू० ( पिता बिम्बिसार की हत्या करके बैठा )
- शासन किया - 32 वर्षों तक
- माता का नाम - महाकोसला देवी
- पत्नी - वजिरा ( कोसल के राजा प्रसेनजित को हराकर उनकी पुत्री वजिरा से विवाह किया था )
- पुत्र - उदायिन
- अजातशत्रु के मंत्री का क्या नाम था? - वर्षकार
- काशी और लिच्छवि को जीतकर मगध में मिला लिया था।
- अजातशत्रु का सदैव किस गणराज्य के साथ युद्ध रहा? – वज्जि संघ ( वैशाली )
- ये जैन धर्म को मानते थे बाद में बौद्ध धर्म अपना लिया था।
- इन्हीं के शासन काल में प्रथम बौद्ध संगीति (483 BC में ) हुई।
उदायिन :
- गद्दी पर बैठा - 461 ई०पू० ( पिता अजताशत्रु की हत्या करके बैठा )
- शासन - 33 वर्षों तक
- उदायिन का धर्म - जैनधर्म
- तीन पुत्र थे- अनिरुद्ध, मंडक और नागदशक
- उदायिन ने गंगा और सोन नदी के संगम पर पाटलिग्राम / पाटलिपुत्र / पुष्पपुर / कुसुमपुर ( पटना )की स्थापना की और अपनी राजधानी को राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित किया।
- उदायिन ने अपने पुत्र नागदशक को मगध शासन दे दिया जो एक अयोग्य शासक निकला , नागदशक की हत्या 412 BC में इसके सेनापति शिशुनाग ने की।
- हर्यक वंश का अंतिम राजा कौन था? - नागदशक
शिशुनाग वंश
412 BC to 344 BC
शिशुनाग :
- शिशुनाग वंश के संस्थापक - शिशुनाग
- शिशुनाग शासन - 412 BC to 394 BC
- पुत्र - कालाशोक
- राजधानी - वैशाली को बना दिया
- इसने अवन्ति , वत्स को जीतकर मगध साम्राज्य में लिया था।
कालाशोक :
- मगध की गद्दी पर बैठा - 394 BC
- कालाशोक का धर्म - जैन धर्म
- राजधानी को - वैशाली से पुनः पाटलिपुत्र स्थानांतरित किया।
- इन्हीं के शासन काल में द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था। बौद्ध धर्म 2 बौद्ध संघ में बट गया - स्थविर , महासंघिक
- शिशुनाग वंश का अंतिम राजा कौन हुआ? - नंदिवर्धन ( शासन - 366 BC to 344 BC )
- बाणभट्ट रचित हर्षचरित के अनुसार पाटलिपुत्र में घूमते समय नन्द वंश के महापद्मनन्द ने चाकू मारकर कालाशोक की हत्या कर दी थी।
नन्दवंश
344 BC to 322 BC
महापदमनंद :
- नन्दवंश संस्थापक - महापदमनंद { अन्य नाम - उग्रसेन / परशुराम का दूसरा अवतार }
- महापदमनंद शासन - 344 BC to 326 BC
- उपाधि - सर्वक्षत्रान्तक और एकराट ( महापदमनंद एकराट उपाधि धारण करने वाले यह भारत के प्रथम राजा थे।)
घनानंद :
- घनानंद 9वा शासक नन्द वंश का अंतिम राजा था।
- यूनानी लेखक द्वारा इनको अग्रमीज़ / जैन्द्रमीज़ कहा गया है।
- घनानंद किसके समकालीन था? - सिकंदर
- किसके शासनकाल में सिकंदर ने पश्चिमोतर भारत पर आक्रमण किया था? - घनानंद
- अभिलखे साक्ष्य के अनुसार नन्द राजा के आदेश से नहर कहा खोदी गयी ?- कलिंग
- चाणक्य ने अपने शिष्य चन्द्रगुप्त मौर्य की सहायता से घनानंद को हराकर मौर्य वंश की स्थापना की।
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