यह प्रकृति में प्राकृतिक रुप से उपलब्ध होते है। जिनका उपयोग मानव जीवन में जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है। प्राकृतिक संसाधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है। -
(1) नवीकरणीय संसाधन : यह वह संसाधन है जो उपयोग से कभी समाप्त नहीं होंगे। यह प्रदूषण रहित होते है। इसे गैर-परम्परागत ऊर्जा कहते है। (अक्षय ऊर्जा स्रोत)
- जैसे- ज्वारीय ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, सौर ऊर्जा, वायोमास ऊर्जा, ज्वारशक्ति ऊर्जा, जैव ऊर्जा, महासागरीय ऊर्जा, हाइड्रोजन,समुद्र की लहरें आदि ।
(2) गैर-नवीकरणीय संसाधन : वे संसाधन जो एक निश्चित अवधि तक उपयोग के बाद समाप्त हो जायेंगे। इन्हें परम्परागत ऊर्जा स्रोत भी कहते है।
- जैसे- खनिज संसाधन, पेट्रोलियम आदि।
भूतापीय ऊर्जा का अधिकतम उपयोग आइसलैण्ड मे होता हे।
खनिज संसाधन : खनिज को मुख्यतयः दो भागों में बाँट सकते है।
(1) धात्विक खनिज : जिनसे धातु प्राप्त हो - जैसे : लोहा, बॉक्साइट, टिन, मैंगनीज, ताँबा > ये प्रायः आग्नेय चट्टानों से प्राप्त होते है। इनको दो भागों में बाँट सकते है।
- (A) लौह धातु- लौह के अंश वाला जैसे- लौह-अयस्क, मैंगनीज, निकल, कोबाल्ट ।
- (B) अलौह धातु- लोहे के अंश नही वाला जैसे- ताँबा, सीसा, जस्ता, बॉक्साइट।
(2) अधात्विक खनिज : जिनसे धातु प्राप्त न हो - जैसे- चूना पत्थर, डोलोमाइट, फॉस्फेट, संगमरमर, अभ्रक, पोटाश आदि । ये प्रायः परतदार चट्टानों से प्राप्त होते है।
प्रमुख खनिज
1. लौह अयस्क : इसके चार प्रमुख अयस्क है।
- मैग्नेटाइट - इसमें 72% लोहांश पाया जाता है। यह सबसे अच्छा लौह अयस्क होता है। इसका रंग काला होता है इसलिए इसे काला अयस्क कहते है।
- हेमेटाइट - इसमें 60-70% लोहांश पाया जाता है। भारत में इसका सर्वाधिक उत्पादन होता है। इसका रंग लाल गेरुआ होता है। {ओडिशा में }
- लिमोनाइट - इसमें लोहांश 35-50% पाया जाता है। यह पीले रंग का होता है।
- सिडेराइट - इसमें लोहांश 10-48% पाया जाता है। इस अयस्क को आयरन कार्बोनेट भी कहा जाता है। • इसका रंग भूरा होता है। यह सबसे निम्न स्तर का लौह अयस्क है।
- खनन स्थान - मयूरभंज, क्योंझर, बादामपहाड़ (उड़ीसा), बैलाडिला पहाड़ी व बस्तर (छत्तीसगढ़)
- शीर्ष उत्पादक देश : ऑस्ट्रेलिया - ब्राजील
- शीर्ष उत्पादक राज्य : ओडिशा
- शीर्ष भण्डारण राज्य : कर्नाटक
- विश्व स्तर पर भारत लौह उत्पादन में चौथा { पहले तीन चीन आस्ट्रेलिया,ब्राजील }, भण्डारण में प्रथम स्थान रखता है।
2. ताँबा : मानव द्वारा प्रयोग किया जाने वाला प्रथम धातु है। मुख्य अयस्क - चेल्कोसाइट, चेल्कोपाइराइट
- कॉस्य बनता है - ताँबा + टिन
- पीतल बनता है - ताँबा + जस्ता
- शीर्ष उत्पादक राज्य : मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखण्ड
- शीर्ष भण्डारण राज्य : राजस्थान {खेतडी क्षेत्र }
- शीर्ष भण्डारण देश : चिली (चिक्विकामाटा)
- खान- खेतड़ी, झुंझनू (राजस्थान), सिंहभूम, हजारीबाग, पलामू (झारखण्ड)
3. मँगनीज : एक सिल्वर-ग्रे धातु है जो लोहे के समान कच्चा माल है और इसका प्रयोग लौह मिश्रधातु, विनिर्माण में भी किया जाता है। मुख्य अयस्क - साइलोमैलीन, ब्रोनाइट, पाइरोलुसाइट है।
- शीर्ष उत्पादक राज्य : मध्यप्रदेश
- शीर्ष भण्डारण राज्य : उड़ीसा
- खान : कालाहांडी क्योंझर (उड़ीसा)
- विश्व स्तर पर भारतमँगनीज उत्पादन में 5वें , भण्डारण में दुसरे {पहला जिम्बाब्वे} स्थान पर है।
04.बॉक्साइट : यह एल्युमिनियम का अयस्क है। इसमें भारत आत्मनिर्भर है।
- शीर्ष भंडारभण्डारण : गिनी में
- शीर्ष उत्पादकदेश - ऑस्ट्रेलिया
- शीर्ष उत्पादक राज्य : ओडिशा
- शीर्ष भण्डारण राज्य : ओडिशा
- खान : कालाहांडी, संबलपुर (ओडिशा), कटनी, बालाघाट जबलपुर (मध्यप्रदेश)
5.सोना : इसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा भी कहते है। शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है।
- देश : चीन रूस
- खान- कोलार खान, हट्टी, रामगिरि खान
- भारत : कर्नाटक पूरे भारत का लगभग 90% अकेले उत्पादन । हट्टी गोल्ड माइन कम्पनी भारत की एकमात्र सोना उत्पादक कम्पनी है।
6. हीरा : यह कार्बन का अपरूप है। यह प्रकृति का सबसे कठोर तत्त्व है।
- उत्पादक : मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़
- मध्यप्रदेश की पन्ना व सतना की खान हीरा के लिए प्रसिद्ध है।
- कोहिनूर हीरा गोलकुण्डा की खान से निकाला गया था।
7. चाँदी : विदयुत का सबसे अच्छा सुचालक है।
- उत्पादक : राजस्थान, कर्नाटक
- खान : जावर
8. कोयला : कोयले की चार किस्में पायी जाती है।
- एंथ्रासाइट इसमें कार्बन की मात्रा 80-95% है। यह सबसे अच्छा कोयला होता है।
- बिटुमिनस इसमें कार्बन की मात्रा 60-80% है। इसका उत्पादन भारत में सर्वाधिक होता है।
- लिग्नाइट- इसमें कार्बन की मात्रा 40-60% है।
- पीट - इसमें कार्बन की मात्रा 10-40% है। यह सबसे निम्न प्रकार का कोयला होता है।
- देश के सबसे बड़े लिग्नाइट खान भंडार - नेवेली लिग्नाइट खान, तमिलनाडु राज्य के कुड्डालोर ज़िले में स्थित है।
- देश : चीन, भारत, अमेरिका
- भण्डारण : झारखण्ड उत्पादन- छत्तीसगढ़
- जर्मनी का रूर कोयला क्षेत्र है।
09. यूरेनियम : इसको मेटल ऑफ होप भी कहा जाता है। परमाणु बम बनाने में तथा यूरेनियम-235 का प्रयोग परमाणु संयंत्रों में ईंधन के रूप में किया जाता है। अयस्क - पिंचब्लेंड, थोरियानाइट |
- देश- कजाकिस्तान
- राज्य- आंध्रप्रदेश, राजस्थान
- खान- जादूगोड़ा (झारखण्ड)
- यूरेनियम ऑक्साइड को पीला केक कहा जाता है।
10. जस्ता । अयस्क- सल्फाइड, कैलेमीन ।
- भण्डारण व उत्पादन : राजस्थान
- खान : जावर
11. ग्रेफाइट: इसे काला सीसा एवं प्लम्बगो कहा जाता है। परमाणु रिएक्टरों में मंदक के रूप में तथा पेंसिलों की लेड में प्रयोग किया जाता है।
- उत्पादन : तमिलनाडु, झारखण्ड, कर्नाटक
12. लीथियम : यह सबसे हल्की धातु होती है। बैटरी बनाने में प्रयोग किया जाता है।
- देश : ऑस्ट्रेलिया, चिली
- भारत में लीथियम के भण्डार जम्मूकश्मीर व राजस्थान में मिले है।
Exam Point :
- विश्व में सर्वाधिक प्राकृतिक गैस भण्डार- रूस
- अभी तक ज्ञात विश्व का सबसे बड़ा तेल रिजर्व - वेनेजुएला
- पिट्सबर्ग / पुलों का शहर/ स्टील सिटी औद्योगिक क्षेत्र है ? - अमेरिका
- जर्मनी के कुल इस्पात उत्पादन का 80% इसके रूर क्षेत्र पर निर्भर है।
- पेट्रोलियम को काला सोना कहते है।
- पेगूयोमा क्षेत्र (म्यांमार) में खनिज तेल पाया जाता है।
- आयोडीन का अग्रणी उत्पादक चिली और जापान हैं।
- किण्टा घाटी (मलेशिया) ऐतिहासिक रूप से दुनिया में सबसे अधिक टिन उत्पादक जिला रहा है।
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