क्रिप्स योजना 1942 :
- ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत भेजा गया एक मिशन, जिसका उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अपने लिए भारत का पूर्ण सहयोग प्राप्त करना था।
- योजना के तहत यह स्वीकार किया गया कि भारत में एक निर्वाचित संविधान सभा का गठन होगा, जो युद्धोपरांत संविधान का निर्माण करेगी।
- अध्यक्ष - स्टैफोर्ड क्रिप्स
कैबिनेट मिशन प्लान :
- वर्ष 1946 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री एटली ने भारत में एक 03 सदस्यीय उच्च-स्तरीय मिशन भेजने की घोषणा की।
- ब्रिटिश कैबिनेट के 03 सदस्य :
- लॉर्ड पैथिक लोरेंस - अध्यक्ष ( उस समय ये भारत सचिव थे )
- सर स्टेफर्ड क्रिप्स ( उस समय ये व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष थे )
- अलेक्जेंडर ( उस समय ये नौसेना मंत्री थे )
- कैबिनेट मिशन प्लान 24 March 1946 में भारत पंहुचा।
इसके प्रमुख कार्य -
- संविधान सभा का गठन किया गया। ( स्थापना - 6 दिसंबर 1946 को )
- अंतरिम सरकार का गठन किया गया। { गठन - 2 सितंबर 1946, विघटित -15 अगस्त 1947 }
संविधान सभा सीटे
- जनता द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव जुलाई 1946 सम्पन्न हुए।
कुल सीटे - 389 (10 लाख की आबादी पर एक स्थान का आबंटन किया गया था )
- ब्रिटिश 11 प्रातों से : 292 सीटे
- 04 कमिश्नरी क्षेत्र से - 04 सीटे
- देशी रियासतों से - 93 सीटे {इन पर चुनाव नहीं हुए }
- इनमे आरक्षण सीटे : सामान्य 213 , मुसलमान 79 तथा सिक्ख 04
- संविधान सभा में महिला 15, अनुसूचित जाति 26 और अनुसूचित जनजाति के 33 सदस्य थे।
- कुल 296 में से { कांग्रेस - 208 , मुस्लिम लीग - 73 , अन्य दल - 15 }
- इनमे किस देशी रियासत के प्रतिनिधि ने भाग नहीं लिया - हैदराबाद
- लीला रॉय संविधान सभा में बंगाल राज्य से इकलौती महिला थी।
- बेगम क़दसिया ऐज़ाज़ रसूल भारत की संविधान सभा में एकमात्र मुस्लिम महिला थीं।
संविधान सभा की बैठक
पहली बैठक - 09 दिसंबर 1946 को (दिल्ली में )
- इसमें 208 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
- प्रथम अध्यक्ष (अस्थायी ) - डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा
- मुस्लिम लीग ने बहिष्कार किया, इसलिए बिस्टन चर्चिल ने कहा कि "संविधान सभा एक ऐसा विवाह प्रतीत होता है जिसकी दुल्हन ही गायब है।"
- देशी रियासतों के सदस्यों ने भाग नहीं लिया।
दुसरी बैठक - 11 दिसंबर 1946 को
- प्रथम अध्यक्ष ( स्थाई ) - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
- सचिव - एच. वी. आर. अयंगर
- संवैधानिक सलाहकार - बी. एन. राव
- उपाध्यक्ष - हरेंद्र कुमार मुखर्जी और बीटी कृष्णमाचारी
तीसरी बैठक - 13 दिसंबर 1946 को
- उद्देश्य प्रस्ताव - पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रस्तुत किया गया ( 22 जनवरी 1947 में स्वीकार )
भारत का विभाजन हो गया { Act 1947 } जिसका निम्न परिणाम हुआ -
- संविधान सभा का पुनर्गठन ( 31 Oct 1947 )किया गया।
- सीट की संख्या 299 रह गयी थी। { ब्रिटिश भारत 229 + देशी रियासत 70 }
- संविधान सभा कार्य बढ़ा : सविधान निर्माण करना + विधायका ( संसद ) की तरह काम करना
- डॉ भीमराव अम्बेडकर संविधान सभा में बंगाल से निर्वाचित हुए जबकि देश विभाजन के बाद मुंबई के पुणे से सभा में आए, इनके लिए एम आर जयकार ने अपनी सीट खाली की थी।
{ संविधान सभा के कुल 11 सत्र हुए }
अंतिम बैठक / सत्र 24 Jan 1950
- 284 सदस्यों ने भारतीय संविधान पर हस्ताक्षर किए।
- भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद बनाये गए।
- राष्ट्रगान , राष्ट्रगीत अपनाया - 24 जनवरी, 1950
- संविधान निर्माण के लिए संविधान सभा द्वारा 22 समितियां बनाई गई थीं।
- संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।
- संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले देश के पहले व्यक्ति जवाहरलाल नेहरू थे।
- संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले अंतिम व्यक्ति संविधान सभा के तत्कालीन अध्यक्ष फिरोज गांधी थे।
प्रमुख समितियां - उनके अध्यक्ष :
- संघीय संविधान समिति - जवाहर लाल नेहरू
- राष्ट्रीय ध्वज संबंधी तदर्थ (Ad Hoc) समिति - राजेन्द्र प्रसाद
- संचालन समिति - राजेन्द्र प्रसाद
- मौलिक अधिकार, अल्पसंख्यक एवं जनजातीय - वल्लभ भाई पटेल
- अपवर्जित क्षेत्रों संबंधी सलाहकार समिति - वल्लभ भाई पटेल
- मौलिक अधिकारों संबंधी उप -समिति - जे. बी. कृपलानी
- अल्पसंख्यकों की उप -समिति - एच.सी. मुखर्जी
- प्रारूप समिति - डॉ भीमराव अम्बेडकर
प्रारूप समिति में 07 सदस्य थे। { प्रारूप समिति गठन - 29 Aug 1947 }
- डॉ भीमराव अम्बेडकर ( अध्यक्ष )
- ऐन. गोपालस्वामी अयंगर
- अल्लादी कृष्णा स्वामी अय्यर
- कन्हैया लाल माणिकलाल मुंशी
- बी.एल मित्र {इनके इस्तीफा देने पर N.माधव राव सदस्य बनें }
- डी.पी. खेतान { इनकी मृत्यु के बाद कृष्णामाचारी सदस्य बनें }
- सैयद मोहम्मद सादुल्ला
- प्रारूप समिति सभी समितियों में सबसे महत्वपूर्ण थी। संविधान के प्रारूप पर 114 दिन बहस चली, इसने अपनी रिपोर्ट संविधान सभा को पेश की - 21 Feb 1948 }
- प्रारूप समिति को निराजुद्दीन अहमद ने अपवहन समिति कहा था।
- संविधान सभा को किसने मूर्त रूप प्रदान किया ? - जवाहरलाल नेहरु
- संविधान सभा को हिन्दुओ का निकाय किसने कहा था ?- लॉर्ड विस्काउंट
- संविधान सभा का प्रतीक ( मोहर ) - हाथी
- संविधान को बनाने में लगा समय - 2 वर्ष 11 माह 18 दिन
- संविधान अंगीकृत ( तैयार ) हुआ ( संविधान दिवस ) - 26 नवंबर, 1949 को
- संविधान लागू हुआ - 26 Jan, 1950 को
- मूल संविधान सुलेखक (calligrapher) इटैलिक शैली में - प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा
- मूल संविधान हिंदी में, चित्र सुलेखक ( Illustrations )- नंदलाल जी
- राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप अपनाया गया - 22 जुलाई 1947 को , जिसका डिजाइन बनाया था - पिंगली वेंकैया
- सरदार बल्लभभाई पटेल एवं वी.वी. मेनन ने रियासतों को भारत में सम्मिलित करने के लिए सबसे महत्वूर्ण भूमिका निभाई। जूनागढ़ रियासत को जनमत संग्रह के आधार पर, हैदराबाद रियासत को पुलिस बल से और जम्मू-कश्मीर को विलय-पत्र हस्ताक्षर के द्वारा भारत में मिलाया गया।
- संविधान निर्माण की सर्वप्रथम मांग बाल गंगाधर तिलक द्वारा 1895 में "स्वराज विधेयक" द्वारा की गई।
- किसने कहा कि 'भारतीय संविधान भारतीयों की इच्छानुसार होगा' ? - महात्मा गांधी (1922 ई.)
- संविधान सभा के निर्माण पर सर्वप्रथम विचार करने वाली पार्टी राजनैतिक दल - स्वराज पार्टी { ( 1924 में ) ( पार्टी अध्यक्ष चित्तरंजन दास और महासचिव मोतीलाल नेहरु ) }
- संविधान सभा के विचार का प्रस्ताव सर्वप्रथम व्यक्तिगत रूप से रखा। - एम एन रॉय ने ( 1934 में )
- 1935 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने संविधान सभा के गठन की आधिकारिक मांग की। 1936 में कांग्रेस ने यह मांग फैजपुर ( महाराष्ट्र )अधिवेशन में रखी जिसकी अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की।
- "संविधान का निर्माण वयस्क मताधिकार के आधार पर गठित संविधान सभा के द्वारा किया जायेगा" यह घोषणा की थी ?- जवाहरलाल नेहरु ने (1938 में )
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