उपनिषद / वेदांत
अर्थ - गुरु के निकट बैठ कर ज्ञान प्राप्त करना , हजारों वर्षों की लम्बी यात्रा के बाद अनेक ऋषि-मुनियों के ज्ञान से उपनिषद फलीभूत ( प्राप्त ) हुए हैं।
- संख्या - 108 (108 उपनिषदों में से 13 को प्रमुख माना जाता है। )
- 04 गद्य ( Prose ) में
- 02 गद्य एवं पद्य में - केनोपनिषद + प्रश्नोपनिषद्
- 102 पद्य ( Poetry) में
- सबसे पहला उपनिषद - ईशावास्योपनिषद ( शुक्ल यजुर्वेद से संबंधित है। )
- सबसे पुराना उपनिषद - छान्दोग्य
- सबसे बड़ा उपनिषद - बृहदारण्यक
- सबसे छोटा उपनिषद - माण्डूक्योपनिषद
बृहदारण्यक :
- इसमें असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय। ( अर्थ - हे ईश्वर! मुझे असत्य से सत्य की ओर ले जाओ। अन्धकार से प्रकाश की ओर ले चलो। मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो ) का उल्लेख मिलता है।
मुंडकोपनिषद् :
- इसमें चेतना के चार अवस्थाओं का वर्णन मिलता है - जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति और तुरीय।
- इसमें कुल 12 मंत्र हैं।
- सत्यमेव जयते इसी से लिया गया है।
- इसमें चारों आश्रमों का का वर्णन मिलता है - क्रमश : ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास
- ईशावास्योपनिषद में विद्या व अविद्या को ज्ञान व कर्म कहा गया है।
- केनोपनिषद के अनुसार अमरत्व की प्राप्ति ब्रह्म ज्ञान से होती हैं।
- ऐतरेय उपनिषद के अनुसार विराट पुरुष की उत्पत्ति जल से हुई है।
- तैत्तिरीय उपनिषद में धातुओं की संख्या 05 बताई गई है।
पुराण
- अर्थ - प्राचीन आख्यान या पुरानी कथा
- रचयिता - लोमहर्षण अथवा इनके पुत्र उग्रश्रवा
- संख्या - 18
- सबसे पुराना पुराण / पहला पुराण - मत्स्य पुराण
- सबसे नया पुराण - ब्रह्मांड पुराण
- विष्णु पुराण में 04 युगो का उल्लेख मिलता है।
- सतयुग / कृत युग
- त्रेतायुग
- द्वापर युग
- कलयुग
- विष्णु पुराण - मौर्य वंश
- मत्स्य पुराण - सप्तवाहन वंश
- वायु पुराण - गुप्त वंश
- मत्स्य पुराण में भगवान् विष्णु के 10 अवतार बताये गये हैं। क्रमश : मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार
स्मृति
- संख्या - 06
- सबसे प्राचीन स्मृति - मनुस्मृति (a code of gentoo laws)
- नारद स्मृति से गुप्त वंश सम्बंधित हैं।
आरण्यक
- अर्थ - वन , आरण्यक जंगल के शांत वातावरण में लिखे गये हैं ।
- यह ज्ञान मार्ग एवंम कर्म मार्ग के बीच में सेतु का काम करते हैं
सूत्र साहित्य
- प्रमुख सूत्रकार - गौतम बौद्धायन, आपस्तम्भ, वशिष्ठ आदि
- सबसे प्राचीन सूत्र - गौतम धर्मसूत्र
भारतीय दर्शन
- दर्शन का अर्थ है - तत्व का ज्ञान
- यह किस प्रकार और किन परिस्थितियों में अस्तित्व में आया, प्रामाणिक नहीं, किन्तु स्पष्ट है कि उपनिषद काल में दर्शन एक पृथक शास्त्र के रूप में विकसित होने लगा था।
- प्रमुख दर्शन - संस्थापक
- योग दर्शन - पतंजलि
- न्याय दर्शन- गौतम
- चार्वाक दर्शन - चार्वाक
- पूर्व मीमांसा - जैमिनी
- उत्तर मीमांसा - बादरायण
- संख्या दर्शन- कपिल (सबसे प्राचीन )
रामचरितमानस / रामायण
रामायण को किसने किस भाषा में लिखा :
- संस्कृत - वाल्मिकी ( सबसे प्राचीन / सबसे पहले )
- बंगला - कृतिबास ओझा
- बरवै / अवधी भाषा - Tulsidas
- फ़ारसी - बदायूं
- तमिल - कंबन
- अंग्रेजी भाषा - आरटीएच ग्रिफिथ
- अध्यात्म रामायण के लेखक - वेद व्यास
- इसमें 24000 श्लोक हैं।
- भगवान राम 27 वर्ष के थे जब उन्हें उनके पिता राजा दशरथ ने निर्वासित कर दिया था।
- वाल्मीकि रामायण में लक्ष्मण रेखा की अवधारणा का उल्लेख नहीं है।
- लंका तक पुल बनने में पांच दिन लगे।
रामायण में 07 काण्ड हैं ( क्रमश :) - बालकाण्ड, अयोध्यकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लङ्काकाण्ड और उत्तरकाण्ड
महाभारत
- मूल नाम - जय संहिता ( यह नाम वेद व्यास द्वारा रखा गया था।)
- रचयिता - वेदव्यास
- लेखक - गणेश
अन्य परीक्षापयोगी तथ्य :
- कौन-सी साहित्यिक कृति कृष्ण देवराय ने लिखी थी? - अमुक्तमाल्यधा / अनुक्त मलयादा
- रामायण त्रेतायुग में और महाभारत कौन से युग हुआ था? - द्वापर
- श्रद्धा काल किस काल को कहा गया है ? - मरने के समय को ।
- सबसे पहले यक्ष के पास कौन गए ? - अग्नि देव।
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